Monday, March 19, 2012

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पंडित जी ने-दो-यन्त्र-दिए-हैं..क्या-उन्हें-घर-में-रखें?

पंडित-जी----यन्त्र-रखने-में-कोई-आपत्ति-नहीं..लेकिन-आजकल-अशुद्धि-बहुत-हैं,जूते-चप्पल-पहनकर,नहाये-बिना-नहाये,मासिक-धर्म-से -पीड़ित-महिलाए-अदि-सब-मंदिर-के-कक्ष-में-आजाती-हैं..ऐसे-कमरों-में-यन्त्र-का-रखना-उचित-नहीं.

बच्चा-पैदा-होते-ही-मर-जाए-तोह-परिवार-वालों-को-एक-दिन-का..माँ-४०-या-४५-दिन-में-ही-शुद्ध-मानी-जाती

सच्चे-देव-शास्त्र-का-बोध-हो-जाने-का-बोध-हो-तोह-पुराने-देवी-देवताओं-की-मूर्ती-को..पास-में-किसी-नदी-में-विसर्जित-कर-दें...और-बोलेन-की-अभी-तक-आपमें-मेरी-विनय-थी...अब-मुझे-बोध-हो-गया-है..

किसी-की-अविनय-मत-करो.....कोई-डरने-की-जरूरत-नहीं....

अभिषेक-या-आहार-दान-देने-वाली-की-आयु-कम-से-कम-आठ-वर्ष-होनी-चाहिए

देवता-भी-सल्लेखना-करते-हैं..लेकिन-कषाय-को-कृष-करते-हैं--शारीर-को-तोह-कृष-कर-ही-नहीं-कर-सकते...अदि-पुराण-में-उल्लेख-है...आदिनाथ-भगवान् -के-जीव-ने-ललितांग-देव-के-भाव-में-ऐसा-किया.

पीढ़ी-गिनने-का-तरीका

-सुटक-पातक-के-बारे-में-पीढ़ी-जान्ने-की-जरूरत-पड़ती-है..





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