Thursday, June 2, 2011

who can destroy karmas

कर्म का क्षय कौन कर सकता है ?

- सूत्रकृतांग सूत्र में एक प्रश्न उपस्थित किया गया है |
इस प्रश्न का समाधान देते हुए कहा गया -
न कम्मुणा कम्म खवेंति बाला,
अकम्मुणा कम्म खवेंति  धीरा |

अज्ञानी आदमी सोचते है -
प्रवृत्ति के द्वारा प्रवृत्ति को नष्ट करेंगे |

अकम्मुणा कम्म खवेंति  धीरा -
जो ज्ञानी हैं, सचाई को समझते हैं, अन्धकार को चीरकर प्रकाश में आ गए हैं,
जिन्हें वास्तविकता का बोध है, वे जानते हैं कि

' अकर्म के द्वारा कर्म को क्षीण किया जा सकता है '

अकर्म यानि निवृत्ति के द्वारा प्रवृत्ति को समाप्त किया जा सकता है |

अतिथि आया |
उसे सत्कार मिला |
वह फिर आएगा |
अतिथि आया,
उसे सत्कार नहीं मिला |
कोई ठीठ होगा तो दुबारा आएगा अन्यथा नहीं आएगा |

यही क्रम संस्कार का है |
यदि उसे स्थान दिया तो जम जाएगा, घर छोड़कर नहीं जाएगा |

उदहारण से समझें -
दिन भर खाने-पीने का संस्कार है, उपेक्षा शुरू करें;
परिणाम कुछ ही दिनों में २-३ बार से ज्यादा खा नहीं पायेंगे |

२-३ बार नहाने का संस्कार है, उपेक्षा कर दो;
फिर कुछ दिनों में ही संकोच होगा कि पानी कि बर्बादी कितनी करते थे |

इसमें मन का बड़ा हाथ है |



by -CHANCHAL BATHORA

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